होली है (ओंकार ठाकुर ) रंग में कैसे खेलूं होली साँवरियाजी के संग | रंग में कैसे, मैं कैसे खेलूं होली ..... शिव भोले को दूध चढ़ाओ और चढाओ भंग | ब्रज में होली खेलें देखो राधा मोहन के संग || रंग में कैसे खेलूं...... इन रंगों में प्यार मिला है और मिली उमंग | आओ मिल कर खेलें होली इक-दूजे के संग || रंग में कैसे खेलूं...... हम से पंगा लेगा होगी पाक कि किस्मत तंग | बॉर्डर पर हम खेलें होली अपनी सेना के संग || रंग में कैसे खेलूं...... खुशिओं की सौगात है ये चलो करें हुड़दंग | देता है सन्देश सभी को रहो प्रेम के संग || ...
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